मानहानि मामला : 2021 बंगाल चुनाव से पहले अमित शाह करेंगे कोर्ट का दौरा
टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने 2018 में गृहमंत्री अमित शाह पर मानहानि का केस किया था जिस पर 22 फरवरी को सुनवाई के लिए अमित शाह कोर्ट में पेश होंगे

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव का आगाज़ होने वाला है लेकिन चुनाव के नज़दीक आते आते बीजेपी पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। दरअसल अगस्त 2018 में गृहमंत्री अमित शाह ने रैली के दौरान ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी पर अशोभनीय टिप्पड़ी की थी। जिसे लेकर अभिषेक बनर्जी ने अमित शाह पर मानहानि का केस कर दिया था। अब इस मामले पर 22 फरवरी को सुनवाई होनी है जिसके लिए अमित शाह को स्पेशल कोर्ट ने समन भी जारी कर दिया था। जिसके बाद अब शाह को कोर्ट में पेश होने को कहा गया है।
गौरतलब है की अमित शाह ने कोलकाता की एक रैली में कहा था कि ममता जी के राज में नारदा, शारदा, रोज वैली, सिंडिकेट करप्शन और भतीजा करप्शन है। यही नहीं गृहमंत्री ने आगे आरोप लगाते हुए कहा था कि पश्चिम बंगाल के गांवों की जनता के लिए मोदी जी ने जो 3 लाख 59 हजार करोड़ रुपये भेजे गए थे, वे कहां गए? ये पैसे भतीजे और सिंडिकेट को गिफ्ट कर दिए गए।
वहीँ दूसरी ओर राज्य में अप्रैल-मई में होने वाले चुनाव को लेकर भी सरगर्मियां तेज़ है साथ ही बीजेपी और टीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। हालही में चुनाव प्रचार रैली के दौरान दक्षिण 24 परगना में अमित शाह ने ममता दीदी पर जमकर हमला बोला तो वहीँ दूसरी ओर उसी दिन ममता बनर्जी ने भी रैली के दौरान जमकर बीजेपी की आलोचना की। दीदी ने शाह को खुली चुनौती देते हुए कहा की, “दम है तो मेरे भतीजे के खिलाफ चुनाव लड़कर दिखाएं, फिर मुझसे लड़ने की बात करे, मैं तो कहती हूं शाह अपने बेटे को भी राजनीति में ले आएं, वो भी तो मेरा भतीजा है।”
बता दें की ममता के आरोप लगाने से पहले अमित शाह ने रैली के दौरान ममता बनर्जी और उनकी पार्टी पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कहा था की “ममता दीदी ने सिर्फ भाई भतीजावाद का विकास किया है, बंगाल की जनता को आज तक उनके राज में कुछ नहीं मिला।”
बंगाल में विधानसभा चुनाव के आगाज़ से पहले ही बीजेपी और टीएमसी के बीच ताबड़तोड़ बयानी वार का सिलसिला जारी है जिसके चलते बंगाल की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। ऐसे में चुनाव के करीब आते आते ये दोनों पार्टियां अपना कौन सा नया रंग दिखती हैं ये देखना लाज़मी होगा।